Highlights
- 1 परिचय :
- 2 शुरुआत कैसे हुई :
- 3 शारीरिक,मानसिक तथा आत्मिक लाभ :
- 3.1 आज के समय में लोग समझ चुके है कि योग केवल व्यायाम नहीं है बल्कि एक विज्ञान है जो शरीर,मन तथा आत्म के बीच संतुलन बनाने का रामबाण उपाय है। इससे होने वाले बड़े कुछ लाभ इस प्रकार से है :
- 3.1.0.1 रोजाना योग करने से शरीर के मांसपेशियों में लचीलापन (Flexibility) आती है और विभिन्न प्रकार के आसनों को करने से शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में सक्रियता पैदा होती है।
- 3.1.0.2 सूर्य नमस्कार और प्राणायाम के अभ्यासों से फेफड़ों को मजबूती मिलती है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता(Immunity) बढ़ती है जिससे बीमारी का खतरा कम हो जाता है। हृदय ओर सांस की गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है। डायबिटीज तथा उच्च रक्तचाप जड़ से खत्म की जा सकती है।
- 3.1.0.3 योग अभ्यासों के साथ ध्यान (Meditation) करने से अनुलोम विलोम करने से तनाव पैदा करने वाले हार्मोन कोर्टिजोल के स्तर को कम किया जा सकता है जिससे तनाव रहित (स्ट्रेस फ्री) जीवन जिया जा सकता है। आपकी स्मरण शक्ति और एकाग्रता बढ़ती है जिसके कारण डिप्रेशन और एंजाइटी से हमेशा के लिए छुटकारा पाया जा सकता है।
- 3.1.0.4 योग इंसान को को उसके अंदर की शक्ति का एहसास कराता है जिससे आत्मिक तौर पर इंसान का दृष्टिकोण सकारात्मक हो जाता है और नेगेटिव थिंकिंग,चिंता दूर होकर आत्मविश्वास बढ़ जाता है।
- 3.1 आज के समय में लोग समझ चुके है कि योग केवल व्यायाम नहीं है बल्कि एक विज्ञान है जो शरीर,मन तथा आत्म के बीच संतुलन बनाने का रामबाण उपाय है। इससे होने वाले बड़े कुछ लाभ इस प्रकार से है :

21 जून का दिन पूरे विश्व में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन मानवता के लिए भारत द्वारा दिए गए सबसे बड़े योगदान में से एक है। मन शरीर और आत्मा को एक साथ जोड़ने वाले इस योग ने दुनिया भर के लोगों के जीवन में बहुत बड़ा बदलाव किया है। 21 जून 2025 को दुनिया एक बार फिर 11 वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को मनाने के लिए एक जुट हुई । 2014 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा इसकी औपचारिक मान्यता प्रदान करने के बाद से यह एक वैश्विक कल्याण दिवस के रूप में विकसित हुआ है। इस वर्ष भी इस दिन को मनाने के लिए पूरे विश्व में सामूहिक योग्य कार्यक्रम,ऑनलाइन योग कक्षाओं आदि का आयोजन कर भारत की इस अनमोल पद्धति व विरासत का मार्ग प्रदान कर रहे हैं। दिल्ली,उत्तर प्रदेश,पंजाब हरियाणा,और उत्तराखंड एवं समस्त भारत के साथ साथ विदेशों में भी योग दिवस की धूम देखने को मिली। मानसिक तथा शारीरिक स्वास्थ्य चुनौतियों में फंसे इस जीवन में योग शारीरिक एवं मानसिक संतुलन बनाने में एक संजीवनी के रूप में कार्य कर रहा है। चलिए जानते है इस योग दिवस के बारे में इसका परिचय,इतिहास और महत्व,इसके लाभ तथा आयोजनों के बारे में विस्तार से।

परिचय :
प्रत्येक वर्ष 21 जून को मनाया जाने वाला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मानव जीवन पर योग के होने वाले महत्व को दर्शाता है। योग मानसिक शांति,संतुलित व स्वस्थ जीवन का प्रतीक है। आज की इस इस दौड़ भाग वाली जिंदगी में बढ़ता तनाव,अस्वस्थ जीवन के बीच योग एक संजीवनी बूटी के रूप में एक अचूक और संयोचित साधन बन गया है जो शारीरिक क्षमताओं को बढ़ाने के साथ मानसिक संतुलन को भी बनाए रखता है।
शुरुआत कैसे हुई :
27 सितंबर 2025 को भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने का प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र महासभा में रखा गया था और जिसे 95 देशों के समर्थन के साथ स्वीकार कर लिया गया जिसके बाद 21 जून 2015 में पहली बार पूरे विश्व में सार्वजनिक स्थलों में लोगों द्वारा योगाभ्यास कार्यक्रमों का आयोजन किया गया और इस दिन की शुरुआत अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में हर वर्ष होने लगी।
शारीरिक,मानसिक तथा आत्मिक लाभ :
आज के समय में लोग समझ चुके है कि योग केवल व्यायाम नहीं है बल्कि एक विज्ञान है जो शरीर,मन तथा आत्म के बीच संतुलन बनाने का रामबाण उपाय है। इससे होने वाले बड़े कुछ लाभ इस प्रकार से है :
रोजाना योग करने से शरीर के मांसपेशियों में लचीलापन (Flexibility) आती है और विभिन्न प्रकार के आसनों को करने से शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में सक्रियता पैदा होती है।
सूर्य नमस्कार और प्राणायाम के अभ्यासों से फेफड़ों को मजबूती मिलती है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता(Immunity) बढ़ती है जिससे बीमारी का खतरा कम हो जाता है। हृदय ओर सांस की गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है। डायबिटीज तथा उच्च रक्तचाप जड़ से खत्म की जा सकती है।
वज्रासन,पवनमुक्तासन जैसी योग क्रियाएं करने से पाचन क्रिया में सुधार होता है जिससे नींद की समस्या जैसे विकारों को खत्म किया जा सकता है।
योग अभ्यासों के साथ ध्यान (Meditation) करने से अनुलोम विलोम करने से तनाव पैदा करने वाले हार्मोन कोर्टिजोल के स्तर को कम किया जा सकता है जिससे तनाव रहित (स्ट्रेस फ्री) जीवन जिया जा सकता है। आपकी स्मरण शक्ति और एकाग्रता बढ़ती है जिसके कारण डिप्रेशन और एंजाइटी से हमेशा के लिए छुटकारा पाया जा सकता है।
योग इंसान को को उसके अंदर की शक्ति का एहसास कराता है जिससे आत्मिक तौर पर इंसान का दृष्टिकोण सकारात्मक हो जाता है और नेगेटिव थिंकिंग,चिंता दूर होकर आत्मविश्वास बढ़ जाता है।
कुल मिलकर योग के फायदों की बात करें तो यह इंसान की जीवनशैली में संतुलन ओर बदलाव लाकर ना केवल शरीर को बीमारियों से बचाता है,उसे आत्मिक रूप से भी ओर अधिक मजबूत बनाता है। इसलिए अपनी दैनिक दिनचर्या में योग को शामिल जरूर करें।

21 जून 2025 को भी पूरे विश्व ने एक साथ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया। भारत की बात करें तो आंध्रप्रदेश के विशाखापत्तनम में समुद्र के किनारे 26 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर में लगभग 3 लाख लोगों ने सामूहिक योगाभ्यास किया जिनमें शामिल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी योग किया और एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाया। इसके अलावा देश के हर राज्य में इसी प्रकार की तस्वीरें देखने को मिली जहां सामूहिक तौर पर लोगों ने योगाभ्यास करके इस दिन को मनाया।